Friday, July 5, 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की शान:- डॉक्टरों से बात करते हुए भावुक हो जाते हैं नरेंद्र मोदी

Must read

जैसा कि हम जानंते है कोरोना की पहली लहर रही हो या दूसरी, यहां के लोगों ने धैर्य और सेवा का अदभुत परिचय दिया है। कोरोना की दूसरी लहर में हमें कई मोर्चों पर एक साथ लड़ना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डॉक्टरों से बात करते हुए बेहद भावुक हो गए। उन्होंने कोरोना वायरस की वजह से हुई मौतों पर दुख जताया इस बार संक्रमण दर भी पहले से कई गुना ज्यादा है। मरीजों को ज्यादा दिनों तक अस्पताल में रहना भी पड़ रहा है। इन सबसे हमारे हेल्थ सिस्टम पर एक साथ बहुत बड़ा दबाव पैदा हो गया है।
पिछले 7 सालों से यहां के हेल्थ सिस्टम को लेकर जो काम हुआ है, उसने हमारा बहुत साथ दिया है। फिर भी यह आसाधारण परिस्थिति रही, हमारे डॉक्टरए हेल्थ वर्कर के इतने बड़े परिश्रम से ही इस दबाव को संभालना संभव हुआ है। आप सभी ने एक एक मरीज की जीवन रक्षा के लिए दिन रात काम किया, खुद की तकलीफ और आराम से ऊपर उठकर जी जान से जुटे रहे काम करते रहे। आपकी इस तपस्या से बनारस ने जिस तरह इतने कम समय में खुद को संभाला है, आज पूरे देश में उसकी चर्चा हो रही है।

पीएम मोदी ने ऑक्सीजन की सप्लाई को बढ़ाने के लिए प्लांट शुरू करवाया, कई नए प्लांट लगवाया, बनारस समेत पूर्वांचल में नए वेंटीलेटर और ऑक्सीजन कांस्ट्रेटर की व्यवस्था की गई। बनारस ने जिस गति से इतने कम समय में ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की संख्या कई गुना बढ़ाई है, जिस तरह से इतनी जल्दी पंडित राजन मिश्र कोविड अस्पताल को सक्रिय किया हैए यह भी अपने आप में एक उदाहरण है। आधुनिक तकनीक वाली नई मशीन आने से यहां टेस्ट की संख्या बढ़ी है। बनारस का इंटीग्रेटिड कोविड कमांड सेंटर भी बहुत व्यवस्थित तरीके से काम कर रहा है। आपने जिस तरह से टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया, व्यवस्था को आम लोगों के लिए सुलभ बनाया। आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त उपचार की जो सुविधा की गई वह इसमें लाभप्रद रही है। जनधन खाते, फिट इंडिया अभियानए योग, इन सभी का लाभ मिला। आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त उपचार की जो सुविधा की गई वह इसमें लाभप्रद रही है। जनधन खाते, फिट इंडिया अभियानए योग, इन सभी का लाभ मिला। मेरी काशी के लोग, यहां के सामाजिक संगठन, मरीजों कीए गरीबों की और बुजुर्गों की लगातार एक परिवार के सदस्य की तरह सेवा कर रहे हैं। किसी परिवार को खाने की चिंता न करनी पड़े, किसी गरीब को दवाओं की चिंता न करनी पड़े, काशी ने इसके लिए खुद को समर्पित कर दिया है। कई व्यापारियों ने तो खुद आगे आकर अपनी दुकानें बंद की ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। इन सभी व्यापारी भाइयों ने अपने आर्थिक नुकसान की चिंता नहीं की बल्कि सेवा में लग गए। हम सबके साझा प्रयासों से महामारी के इस हमले को आपने काफी हद तक संभाला है। लेकिन अभी संतोष का समय नहीं है। हमें अभी एक लंबी लड़ाई लड़नी है।

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest article