PM Narendra Modi’s resignation Hashtag News: हैशटैग रिजाइन मोदी को बाधित करने का मामला पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण से पहले आया है। 29 अप्रैल सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने “हैशटैग रिजाइनमोदी” को बाधित कर दिया जिसमें कोविड-19 महामारी से निपटने की सरकार के तरीके की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग की जा रही थी। मोदी सरकार कोविड-19 महामारी से निपटने के तरीके को लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया की आलोचना का सामना कर रही है। देश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के अब तक आए मामलों की संख्या 1.80 करोड़ तक पहुंच गई है। घंटों बाद इस हैशटैग को बहाल करते हुए कंपनी ने कहा किया उसने गलती से यह कदम उठाया था। कंपनी ने बुधवार को हैशटैग को बाधित करने के कदम पर बृहस्पतिवार को सफाई देते हुए कहा कि यह सरकार के आदेश पर नहीं किया गया था। ट्विटर ने भी सरकार के आदेश पर और फर्जी खबर करार दिए जाने पर कई पोस्ट को हटाया है या वहां तक पहुंच बाधित की है। फेसबुक के प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा, हमने गलती से इस हैशटैग को अस्थायी रूप से बंद किया था, न कि भारत सरकार द्वारा हमें ऐसा करने के लिए कहा गया था हमने इसे बहाल कर दिया है।
खबरों के मुताबिक बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस्तीफे की मांग को लेकर चलाए जा रहे हैशटैग को फेसबुक ने घंटो बाधित रखा उपयोगकर्ता अगर इस हैशटैग की तलाश करते तो संदेश आ रहा था कि अस्थायी रूप से इस तक पहुंच बाधित कर दी गई है क्योंकि पोस्ट में मौजूद कुछ सामग्री हमारे समुदाय मानकों के विपरीत है। फेसबुक समय-समय पर हैशटैग और पोस्ट को विभिन्न कारणों से बाधित करती रही है कुछ को व्यक्तिगत रूप से हटाया जाता है। जबकि कुछ स्वत: बाधित हो जाते हैं।
स्वतंत्र शोध परियोजना ल्यूमेन डाटाबेस के हवाले से कहा गया है कि सरकार के अनुरोध पर सांसदों विधायकों और फिल्मकारों के पोस्ट सहित 50 से अधिक पोस्ट सोशल मीडिया से हटाए गए हैं।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि सोशल मीडिया मंचों को कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने में उत्पन्न होने वाली किसी बाधा को रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पोस्ट हटाने को कहा गया है।