Buddha Purnima 2021:- आज के दिन ही भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। ऐसी मान्यताा है कि बुद्ध पूर्णिमा पर वातावरण में विशेष ऊर्जा आ जाती है। इस दिन चंद्रमा पूर्णिमा पृथ्वी और जल तत्व को पूर्ण रूप से प्रभावित करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चन्द्रमा पूर्णिमा तिथि के स्वामी माने जाते हैं। इसलिए बुद्ध पूर्णिमा के दिन हर तरह की मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है आज के दिन ही भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। सनातन धर्म में इस तिथि को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा का पर्व बौद्ध के साथ-साथ हिंदुओं के लिए भी बहुत खास महत्व रखता हैण् मान्यता है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु ने महात्मा बुद्ध के रूप में का तेइसवां अवतार लिया था। बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन को बहुत धूमधाम से मनाते हैं।
आज 26 मई, बुधवार को बुद्ध पूर्णिमा मनाई जा रही है। बौद्ध धर्मावलंबियों और हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार इसी दिन उन्हें बोधि वृक्ष के नीचे कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसी वजह से बुद्ध पूर्णिमा को आस्था की नजर से बेहद महत्वपूर्ण तिथि माना गया है। यह पर्व न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में बौद्ध धर्मावलंबियों के बीच बड़ी श्रद्धा और आस्था पूर्वक मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा हर साल वैशाख पूर्णिमा के दिन ही पड़ती है। बुद्ध पूर्णिमा हर साल तो धूमधाम से मनाई जाती रही है लेकिन इस साल कोरोना की दूसरी लहर की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण बुद्ध पूर्णिमा लोग अपने घरों में भगवान बुद्ध का स्मरण कर और उनकी पूजा कर मनाएंगे। पीएम नरेंद्र मोदी आज बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर वेसाक वैश्विक समारोह को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने इस मौके पर बौद्ध धर्म से जुड़े दुनियाभर के लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की वजह से पूरी दुनिया संकट में है। कोरोना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की वजह से पूरी दुनिया संकट में है। भारत समेत दुनिया के कई देशों ने कोरोना की दूसरी लहर का सामना किया है। कोरोना संकट काल में मेडिकल स्टाफ ने जान दांव पर लगाकर सेवा दी। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने भी मंगलवार को ट्वीट करके जानकारी दी थी पीएम मोदी बुधवार की सुबह 9:45 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम को संबोधित किया।
पीएम मोदी ने वेसाक वैश्विक समारोह को संबोधित करते हुए कहा, कई देशों और भारत ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर को महसूस किया। हमने एक सदी से इस तरह की महामारी नहीं देखी। पिछले एक साल में कई बदलाव हुए। अब हमें महामारी की बेहतर समझ हैए हमारे पास वैक्सीन है।
यह आयोजन भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) के सहयोग से करता है। इसमें दुनिया भर के बौद्ध संघों के सर्वोच्च प्रमुख शामिल होंगे। पीएमओ के मुताबिक इस समारोह को दुनिया के 50 से अधिक प्रमुख बौद्ध धार्मिक नेता संबोधित करेंगे। वेसाक-बुद्ध पूर्णिमा को गौतम बुद्ध के जन्मए बुद्धत्व की प्राप्ति और महा परिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
बुद्ध पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त:-
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ- 25 मई 2021 रात 8 बजकर 29 मिनट से
पूर्णिमा तिथि समापन- 26 मई 2021 शाम 4 बजकर 43 मिनट तक
बुद्ध पूर्णिमा का महत्व
वैशाख पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने का बहुत महत्व होता है। इससे पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति आती है। आज के दिन भगवान विष्णु की भी पूरे विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। इस दिन दान-पुण्य और धर्म-कर्म कार्य किये जाते हैं। इस दिन को सत्य विनायक पूर्णिमा भी कहा जाता है। माना जाता है कि इस दिन स्नान, दान और पूजा-पाठ करने से सारे कष्ट दूर होते हैं। बुद्ध पूर्णिमा का दिन बहुत ही पवित्र और फलदायी माना जाता है बुद्ध पूर्णिमा पर वातावरण में विशेष ऊर्जा आ जाती है। इस दिन चंद्रमा पूर्णिमा पृथ्वी और जल तत्व को पूर्ण रूप से प्रभावित करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चन्द्रमा पूर्णिमा तिथि के स्वामी माने जाते हैं। इसलिए बुद्ध पूर्णिमा के दिन हर तरह की मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है।