कांग्रेस नेता और तिरुवंतपूर के संसद शशि थरूर पार्टी के अध्यक्ष बनने की संभावनाएं तेज हो गई हैं हालांकि अभी तक उन्होंने इस विषय पर अपना अंतिम फैसला नहीं बताया हैं। लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि शशि थरूर ने अभी अपना मन नहीं बनाया है पर वह जल्द ही कोई फैसला ले सकते हैं।
शशि थरूर ने एक न्यूज एजेंशी से बात करते हुए कहा है कि “मुझे इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं देनी है। मैं बस वही कहूंगा जो मैंने अपने आर्टिकल में लिखा हैं।” दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने मलयालम के एक दैनिक अखबार में आर्टिकल लिखा है। जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि थरूर राहुल गांधी के विरोध कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं।
“स्वतंत्र एपं निष्पक्ष” चुनाव कराने का किया आह्वानः शशि थरूर
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपने लेख में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव का आह्वान किया है। थरूर ने कहा कि “कांग्रेस कार्य समिति सीडब्ल्यूसी की दर्जन भर सीटों के लिए भी पार्टी को चुनाव की घोषणा करनी चाहिए।” इसी के बाद यह संभावना जताई जा रही है कि थरूर अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकते हैं।
थरूर जी-23 समूह में हैं शामिल
शशि थरूर 23 नेताओं के समूह में शामिल थे जिसमें 2020 में कांग्रेस से संगठनात्मक सुधार करने की मांग करते हुए सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। उन्होंने अपने आर्टिकल में लिखा है कि “एआईसीसी और पीसीसी प्रतिनिधियों से पार्टी के सदस्यों को यह फैसला करने की अनुमति देने से कि इन प्रमुख पदों पर पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा। इससे आने वाले नेताओं के समूह को वैध बनाने और पार्टी का नेतृत्व करने के लिए उन्हें विश्वसनीय जनादेश देने में मदद मिलेगी।”
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आगे अपने लेख में लिख है कि “चुनाव के अन्य लाभकारी प्रभाव भी हैं। हमने हाल ही में नेतृत्व की दौड़ के दौरान ब्रिटिश कंजरवेटिव पार्टी में वैश्विक रुचि देखी है। एक घटना जिसे हम 2019 में पहले ही देख चुके हैं।” थरूर ने कहा, “जब एक दर्जन उम्मीदवारों ने थेरेसा मे को बदलने के लिए चुनाव लड़ा था और बोरिस जॉनसन शीर्ष पर उभरे थे। इस कारण से मुझे उम्मीद है कि कई उम्मीदवार खुद को पेश करने के लिए आगे आएंगे। पार्टी और राष्ट्र के लिए अपने दृष्टिकोण को सामने रखने से निश्चित रूप से जनहित में हलचल होगी।”