झारखण्ड इस समय सुर्खियों में बना हुआ है क्योंकि वहां कानून नाम की कोई चीज नहीं बचीं है। महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, आय-दिन महिलाओं को प्रताड़िज किया जा रहा है, उनकी निर्मम हत्याएं हो रही है। अभी हाल ही में अकिंता सिंह को एक मुस्लिम लड़के ने दोस्ती न करने पर पेट्रोल डाल कर जिंदा जला दिया था। जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। अभी यह मामला शांत नहीं हुआ, उससे पहले एक और दिल दहला देने वाला मामला सामने आ गया है जिसे सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी।
मामला झारखण्ड के शहर रांची के एक इलाके एक है। VIP इलाके आशोक नगर में रखने वाली भाजपा नेता की दरिंदगी का है। भाजपा नेता और रिटायर आईएएस ऑफिसर महेश्वर पात्रा की पत्नी ने 8 सालों तक एक आदिवासी दिव्यांग महिला पर हजारों जुल्म करती रही।
भाजपा नेता सीमा पात्रा ने सुनीता नामक आदिवासी महिला को आठ सालों तक घर पर केद करके रखा। सुनीता को भरपेट खाना नहीं दिया, रॉड से पीटा जाता,इसके अलावा गर्म तवे से जलाया जाता था। उसे अलग-अलग तरिके से दम्पति टाॅर्चर करते रहे।
सुनीता ने एक दिन किसी तरह मोबाइल पर सरकारी कर्मचारी विवेक आनंद बास्के को मैसेज भेजकर अपने ऊपर हो रहे अत्याचार के बारे में जानकारी दी। सूचना पर अरगोड़ा थाने में शिकायत दर्ज की गई। शिकायत दर्ज होने के बाद रांची पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने सुनीता को भाजपा नेता के चंगुल से आजाद करा लिया।
सूनीता ने पुलिस बताया कि मालिक इतने बेरहम थे कि रॉड से मारकर दांत तोड़ दिए। चलने में लाचार हो गई। घिसटकर चलती थी। कभी पेशाब कमरे से बाहर चली जाए तो सीमा जीभ से फर्श साफ करवाती थी। सालों से सूरज की रोशनी नहीं देखी। फिलहाल महिला का इलाज रांची के रिम्स चल रहा है। खबर सामने आने के बाद भाजपा ने सीमा पात्रा को पार्टी से निकाल दिया है।
आठ सालों तक आदिवासी महिला को प्रताड़ित करने वाली सीमा पात्रा को भाजपा ने बेटी बचाओ – बेटी पढाओ का प्रदेश संयोजक बनाया था। सीमा पात्रा पर आरोप है कि जब घर में काम करने वाली सुनीता को लेकर उनके युवा पुत्र आयुष्मान पात्रा ने विरोध किया था तब अपने ही पुत्र को मनोरोगी घोषित कर रांची की चर्चित मानसिक आरोग्यशाला रिनपास में भर्ती करा दिया था। हद तो यह हो गयी कि सीमा ने बेटे के हाथ में बेड़ियां लगाकर उसे जबरन यहां दाखिल कराया था।
मामला सामने आने के बाद सीमा पात्रा ने अपने पुत्र का आनन-फानन से रिलीज करवा लिया और गिरफ्तारी के डर से फरार होना चाहती थी लेकिन इससे पहले ही रांची पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।