उत्तर प्रदेश से लेकर पंजाब तब देश के हर राज्य से चाइल्ड पोर्नग्राफी के मामले सामने आ रहे हैं। देश की कई राज्यों में सीबीआई ने छापेमार कर चाइल्ड पोर्नग्राफी के रैकेट का खुलासा किया है।जिसका कनेक्शन विदेशों से जुड़ा हुआ पाया गया है। सिंगापुर और न्यूजीलैंड में भारतीय बच्चों के वीडियो दिखाएं जाते हैं। इसका खुलासा भी हो चुका है।
आपको बता दें कि चाइल्ड पोर्नग्राफी के ज्यादातर मामलों के आरोपी उसी मोहल्ले के होते हैं जहां ये मामले सामने आते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ मामलों के बारे में बताएंगे। जिनमें छोटी बच्चियों के साथ पड़ोस में रह रहे आरोपियों ने दुष्कर्म किया और उसका वीडियो बना कर विदेशों में बेच दिया।
पहला मामला छत्तीसगढ़ का है। यहां पर 35 साल के उज्ज्जवल चंद्राकर ने कई मासूमों के आपत्तिजनक वीडियो बनाकर इंटरनेट पर वायरल किया करता था।
अरोपी जिस मोहल्ले में रहा था वहीं के परिवार की बेटी को उसने अपना शिकार बनाया। परिवार के एक सदस्य ने मीडिया को बताया कि पार्क से हमारी बेटी हमको 7 से 8 घंटे बाद मिली वो सिर्फ रोए जा रही थी। उसने बताया कि अंकल ने चॉकलेट देने के बहाने बुलाया था, मेरे कपड़े उतारे दिए। गलत हरकत करते रहे, वीडियो बनाए। फोटो भी खींचे।
दूसरा मामला राजस्थान का है जहां 5 महीने पहले जयपुर की भट्टाबस्ती थाना में पुलिस ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया। बता दें कि आरोपी इंस्टाग्राम पर बच्चों की अश्लील वीडियो डालता था। पुलिस को आरोपी के मोबाइल में बच्चों के अश्लील वीडियो के 50 से अधिक क्लिपिंग मिलीं। इसके अलावा पूछताछ में पता चला कि उसके जरिए दूसरे राज्यों में नेटवर्क चलते थे।
तीसरा मामला चित्रकूट का है। चित्रकूट सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर काम करने वाला रामभवन ने लगभग 40 से अधिक बच्चियों के साथ आपत्तिजनक हरकत की। आरोपी ने बच्चियों के वीडियो विदेशों में भी बेचा। इतना ही नहीं आरोपी के कुकर्म में उसकी पत्नी भी उसका साथ दे रही थी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और मध्यप्रदेश समेत देश के 20 राज्यों में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के रैकेट खुलासा हुआ है। इन राज्यों से 500 से ज्यादा रैकेट और 5000 से ज्यादा अपराधी पकड़े गए हैं। इन सभी रैकेटों का लिंक विदेशों से जुड़ा हुआ पाया गया है। विदेशी वेबसाइट्स पर भारतीय बच्चियों के वीडियो होते हैं।