एक जमाने में लाखों-करोड़ों लोगों के दिलों पर राज करने वाली दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख को इस साल दादा साहेब फाल्के अवार्ड दिया जाएगा। जिसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दी है। आशा पारेख को यह अवार्ड फिल्म इंडस्ट्री में दिए गए योगदान के लिए दिया जाना है। उन्हें 30 सितंबर को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में इस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख का जन्म 2 अक्टूबर 1942 को हुआ था। आशा पारेख की मां ने उन्हें कम उम्र में ही भारतीय शास्त्रीय नृत्य कक्षाओं में एडमिशन दिला दिया था। आशा ने पंडित बंसीलाल भारती सहित कई शिक्षकों से नृत्य सीखा है। बता दें कि आशा पारेख ने बाल कलाकार के रूप में फिल्मी दुनिया में कदम रखा था।
आशा पारेख ने घराना, जिद्दी, आया सावन झूमके, मेरा गांव मेदा देश, कालिया और घर की इज्जत सहित कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया है। वह उस जमाने की सुपरहिट अभिनेत्रियों में से एक रही हैं। आशा पारेख 60-70 के दशक में सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्रियों में शुमार थीं।
79 साल की आशा पारेख को 68वां दादा साहेब फाल्के दिया जाएगा। आखिरी बार 2019 में साउथ सुपरस्टार रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
22 साल बाद दादा साहेब फाल्के अवार्ड किसी महिला को दिया जा रहा है। आशा पारेख से साल 2000 में सिंगर आशा भोसले को यह अवॉर्ड दिया गया था। इंडियन फिल्म इंडस्ट्री का सर्वोच्च अवॉर्ड दादा साहेब फाल्के सबसे पहले महिला अभिनेत्री देविका रानी (1969), रूबी मेयर्स(1973), कानन देवी(1976), दुर्गा खोटे (1983), लता मंगेशकर (1989) और आशा भोसले (2000) को दिया गया था।