Monday, July 1, 2024

Happy Mother’s Day 2021:- मां एक ऐसा शब्द है जिसे सुनते ही मन में कई तरह के इमोशन्स उमड़ पड़ते है, आइये जानते हैं मदर्स डे का इतिहास और महत्व

Must read

मां के प्यार और समर्पण को कभी भी जताया नहीं जा सकता है। लेकिन फिर भी एक दिन ऐसा भी है जो पूरी तरह मां को समर्पित होता है, मां ये शब्द कहने से ही सबसे बड़ी पूजा हो जाती है। और बरसता है। भगवान का आशीर्वाद। यूं तो मां से प्यार ज़ाहिर करने के लिए किसी खास वक्त की जरूरत नहीं होती है, लेकिन फिर भी हर साल एक दिन मां के लिए मुकर्रर है, इस दिन को मातृत्व दिवस मदर्स डे कहा जाता है वर्ष 2021 में 9 मई को मदर्स डे मनाया जाएगा। छोटी-छोटी बातें मां को खुशियां दे जाती हैं। हर साल इस मौके के लिए गिफ्ट आउटिंग का प्लान बनाते हैं लोग लेकिन इस बार सिचुएशन ऐसी नहीं है तो क्यों न मैसेज के जरिए ही मां को बताएं कितनी स्पेशल हैं वो हमारे लिए।
मदर्स डे मई के दुसरे रविवार को मनाया जाता है। सोशल नेटवर्किंग साईट के चलते ये दिन आजकल काफी प्रचलित हो गया है, और सभी की जानकारी में आने लगा है। आजकल गाँव शहर कसबे सभी जगह के लोग इस को जानते है और अपनी माँ को विश करके मनाते है। इन्टरनेटए सोशल साइट्स पर मदर्स डे के लिए बहुत से मेसेज उपलब्ध होते हैए जिन्हें सब अपनी माँ को भेजकर विश करते है। बाकि देशों की तरह भारत में भी लोग इस दिन अपनी माँ को विश करते है, उनके साथ अपनी पुरानी फोटो शेयर कर थैंक यू बोलते है। जो लोग अपनी माँ के साथ रहते है वे उनके साथ समय गुजारते है, उन्हें घुमाने ले जाते है। सब अपने अपने तरीके इसे मनाते है। जो लोग अपनी माँ से दूर होते है वो फ़ोन पर अपनी माँ को विश करते हैए उन्हें गिफ्ट भेजते है।

मदर्स डे मनाने की शुरुआत अमेरिका से हुई थी। वो भी साल 1912 में जब एना जार्विस नाम की अमेरिकी कार्यकर्ता ने अपनी मां के निधन के बाद इस दिन को मनाने की शुरुआत की। खास बात ये है कि पूरे विश्व में मदर्स डे की तारीख को लेकर एक राय नहीं है। भारत में इसे मई के दूसरे संडे के दिन मनाया जाता है। तो वहीं बोलीविया में इसे 27 मई को मनाया जाता है। आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा ले रहीं बोलीविया की महिलाओं की हत्या स्पेन की सेना ने इसी तारीख को की थी जिसके कारण वहां इसी दिन को मदर्स डे मनाया जाता है।
मां का प्यार सागर से गहरा और आसमान से ऊंचा होता है जिसने मापना, तौलना मुमकिन नहीं। हम खुशनसीब हैं कि हमें वो प्यार मिल रहा है। ऐसे में मां के प्रति अपनी भावनाओं को छिपाने की बजाय खुलकर बताने का ही तो दिन है मदर्स डे। ताकि इस भागदौड़, आपाधापी में दो बात हम कहना भूल जाते हैं या कहने से हिचकते हैं वो कह सकें। तो इस मदर्स डे आप भी मां के लिए कर दीजिए खुलकर अपने प्यार का इज़हार कीजिये।

माँ अगर तुम न होती तो
माँ अगर तुम न होती तो मुझे समझाता कौन…
काँटो भरी इस मुश्किल राह पर चलना सिखाता कौन…
माँ अगर तुम न होती तो…
माँ अगर तुम न होती तो मुझे लोरी सुनाता कौन…
खुद जागकर सारी रात चैन की नींद सुलाता कौन…
माँ अगर तुम न होती तो…
माँ अगर तुम न होती तो मुझे चलना सिखलाता कौन…
ठोकर लगने पर रस्ते पर हाथ पकड़ कर संभालता कौन…
माँ अगर तुम न होती तो…
माँ अगर तुम न होती तो मुझे बोलना सिखाता कौन…
बचपन के अए आए ई, पढ़ना-लिखना सिखाता कौन…
माँ अगर तुम न होती तो…
माँ अगर तुम न होती तो मुझे हँसना सिखाता कौन…
गलती करने पर पापा की डाँट से बचाता कौन…
माँ अगर तुम न होती तो…
माँ अगर तुम न होती तो मुझे परिवार का प्यार दिलाता कौन…
सब रिश्ते और नातों से मेरी मुलाकात कराता कौन३ण्
माँ अगर तुम न होती तो…
माँ अगर तुम न होती तो मुझे गलती करने से रोकता कौन…
सही क्या हैं, गलत क्या हैं इसका फर्क बताता कौन३
माँ अगर तुम न होती तो…
माँ अगर तुम न होती तो मुझे प्यारी लाड़ो कहता कौन…
मेरी राज.दुलारी प्यारी बिटियाष् कहकर गले लगाता कौन…
माँ अगर तुम न होती तो…
माँ अगर तुम न होती तो मुझे समाज मैं रहना सीखाता कौन…
तुम्हारे बिना ओ मेरी माँ मेरा अस्तित्व स्वीकारता कौन…
माँ अगर तुम न होती तो…
माँ अगर तुम न होती तो मेरा हौसला बढ़ाता कौन…
नारी की तीनों शक्ति से मुझे परिचित कराता कौन…
माँ अगर तुम न होती तो…

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest article