Saturday, July 6, 2024

भारतीय नौसेना को मिला पहला स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस विक्रांत

Must read

आज भारत ने वह कर दिखाया है जो 75 सालों में नहीं हुआ था आज भारत को खुद का स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस विक्रांत मिल गया है। जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौसेना को सौंप दिया है। जिसका नाम ही भारत के दुश्मनों के लिए काफी है।

आपको बता दें, भारत के स्वदेशी आईएनएस विक्रांत के निमार्ण में लगभग 13 सालों का समय लगा। जिसका निर्माण 2009 में शुरू हुआ था। आईएनएस के शामिल होने से भारतीय नौसेना की ताकत ना की बड़ी है बल्कि दोगनी हो गई है।

आपको 1971 की भारत और पाकिस्तान की जंग तो याद ही होगी। जिसमें पाकिस्तान को बहुत बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। इसी दुद्ध में भारत के आईएनएस विक्रांत ने बांग्लादेश के चिटगांव, कॉक्स बाजार और खुलना में दुश्मन के ठिकानों को तबाह कर दिया था। जिसे बाद में 31 जनवरी 1997 को नेवी से रिटायर कर दिया गया था।

एक बार फिर आईएनएस विक्रांत ने पुर्वजन्म ले लिया है अब अगर फिर से कहीं पाकिस्तान से जंग हो जाती है तो इस बार पाक के टुकड़े होने के बजाए। पाकिस्तान का नामोनिशान मिट जाएगा।

देश के सबसे बड़े स्वदेशी विमान वाहक आईएनएस विक्रांत का वजन 40 हजार टन है। दुनिया में केवल ऐसे चार देश है जिनके पास 40 हजार टन वाला युद्धपोत बनाने की क्षमता है। ये देश अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस है और अब भारत भी इसी कड़ी में जुड़ गया है।

आपको बता दें, आईएनएस विक्रांत 20 मिग-29 लड़ाकू विमान और 10 हेलीकाॅपटरों को ले जाने में सक्षम है। इसकी अधिकतम स्पीड 28 समुद्री मील यानी 52 किमी प्रति घंटा बताई जा रही है। आईएसी विक्रांत 262 मीटर लंबा युद्ध पोत है। इसमें लगे विद्युत केबल की लंबाई 2500 किमी है।

2017 में आईएनएस विराट के रिटायर होने के बाद भारत के पास केवल एक विमान वाहक जहाज आएनएस विक्रमादित्य था। वही, अब भारत के पास दो युद्धपोत हो गए है।

आईएनएस विक्रांत को नौसेना को सौंपते समय प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पिछले समय में इंडो.पैसिफिक रीज़न और इंडियन ओशन में सुरक्षा चिंताओं को लंबे समय तक नजरंदाज किया जाता रहा। लेकिन, आज ये क्षेत्र हमारे लिए देश की बड़ी रक्षा प्राथमिकता है। इसलिए हम नौसेना के लिए बजट बढ़ाने से लेकर उसकी क्षमता बढ़ाने तक, हर दिशा में काम कर रहे हैं।”

पीएम मोदी ने कहा, “बूंद-बूंद जल से जैसे विराट समंदर बन जाता है। वैसे ही भारत का एक-एक नागरिक वोकल फॉर लोकल के मंत्र को जीना प्रारंभ कर देगा, तो देश को आत्मनिर्भर बनने में अधिक समय नहीं लगेगा।”

आज का दिन भारतीय नौसेना के लिए इतिहास में दर्ज हो गया है। इसके अलावा भी आज का भारतीय नौसेना के लिए बहुत खास है क्योंकि आज नौसेना को एक नया ध्वज मिला है जो भारतीय नौसेना के आत्मसम्मान को और भी बड़ा देगा।

आज पीएम मोदी ने नेवी को एक नया झंडा समर्पित किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि शिवाजी की समुद्री ताकत से दुश्मन कांपते थे। आज मैं नौ सेना नया ध्वज छत्रपति वीर शिवाजी महाराज को समर्पित करता हूं। ये नया ध्वज नौसेना के बल और आत्मसम्मान को बल देगा। अब तक नौसेना के झंडे पर गुलामी की तस्वीर थी। इस तस्वीर को हमने हटा दिया है।

- Advertisement -

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest article