ब्रिटन की महारानी एलिजाबेथ का कल गुरुवार को निधन हो गया। एलिजाबेथ ने स्काॅलैंड के बाल्मोरल कैसल में अंतिम सांस ली। 96 साल की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने 70 सालों तक ब्रिटेन की क्वीन रही है।
गुरुवार को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की तबीयत खराब हो गई थी जिसक बाद इन्हें बाल्मोरल महल में डाॅक्टर्स की देखरेख में रखा गया था। बीमारी की वजह से महारानी महल से नहीं जा सकती थी। इसी लिए ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रेस ने बाल्मोरल महन में 6 सितंबर को एलिजाबेथ से मिलकर प्रधानमंत्री की शपथ ली थी।
महारानी एलिजाबेथ के निधान के बाद सभी कार्यक्रम रद्द कर दिये गए हैं। महारानी के न रहने से शाही परिवार अब आधिकारिक रूप से शोक में रहेगा। शाही महलों और घरों पर यूनिक जैक आधा झुका दिया गया है। इसके अलावा ब्रिटेन के सभी आधिकारिक पोस्ट और सैन्य ठिकानों पर भी झंडा झुका रहेगा।
बता दें, एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन की महारानी के अलावा अन्य 15 देशों की महारानी थी। इन देशों में कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड,जमैका, बहामास, ग्रेनेडा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन आइलैंड, तुवालू, सैंट लूसिया, सेंट विंसेट एंड ग्रेनेजियन्स, एंटीगुआ और बारबुडा, बेलिज, सेंट किट्स एंड नेविस और बारबाडोस देश शामिल हैं। हालांकि, महारानी एलिजाबेथ इन देशों के सरकारों में सीधे तौर पर शामिल नहीं थी।
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने 6 फरवरी 1952 को पिता किंग जाॅर्ज की मौत के बाद ब्रिटेन की क्वीन बनी थी उस वक्त वह मात्र 25 साल की थी। एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन की सबसे लम्बें समय तब शासन करने वाली महिला थी जिन्होंने 70 सालों तक शासन किया।