एक बार फिर चीन का क्रुर चेहरा दुनिया के सामने आ गया है चाइना में सबसे ज्यादा मुसलमानों के साथ क्रुरता होती है। चाइना का शिनजियांग इलाका उइगरों और अन्य अल्पसंख्यकों के नरसंहार के लिए जाना जाता है। जिस पर मुस्लिम देश दो-टूक भी नहीं बोलते।
दरअसल, एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चाइन इस क्षेत्र में उइगर मुस्लिमों को कई सालों से कैद करके रखा हुआ है जिन पर ड्रैगन कई तरह के खतरनाक प्रयोग करता रहता है।
संयुक्त राष्ट्र मानवा परिषद ने एक रिपोर्ट जारी की है रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चाइना आतंकवाद व उग्रवाद के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर मुस्लिमों पर अत्याचार कर रहा है। शिनजियांग में मुस्लिम महिलाओं से दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं तो पुरुषों की जबरन नसबंदी की जा रही है।
बता दे, इस रिपोर्ट को यूएन ह्यूमन राइट्स कमिश्नर मिशेल बाचेलेट ने सार्वजनिक किया है। उन्होंने यह रिपोर्ट अपने 4 साल के कार्यकाल से खत्म होने से ठीक पहले जेनेवा में इसे जारी किया। जिंसमें चीन की सच्चाई दुनिया के सामने आई है। मिशेल बाचेलेट ने रिर्पार्ट साझा करते वक्त कहा कि इसे लोगों के सामने लाना बेहद जरूरी है। क्योंकि ये मनावता के खिलाफ है।
चीन के सुदूर शिनजियांग प्रांत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों को लेकर आई 48 पेज की इस रिपोर्ट में उईगर मुस्लिमों के बड़ी संख्या में लापता होने का भी दावा किया गया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि शिगजियांग में मुस्लिम और अल्पसंख्याक महिलाओं के साथ दुष्कर्म आम बात है। इसके अलावा पुरुषों की जबरन नसबंदी भी कराई जाती है। मुस्लिम समुदाय के लोगों को हिरासत में रखकर कई तरह की यातनाएं दी गईं। जांचकर्ताओं का कहना है कि उन्हें अत्याचार के ष्विश्वसनीय सबूतष् मिले हैं जो मानवता के खिलाफ अपराध की तरह हैं।
यूएन की तरफ से बताया गया है कि चीन ने यहां 10 लाख से ज्यादा उइगर मुस्मिों को कई सालों से गुलाम बना कर रखा है। इनके मानवाधिकार और मौलिक अधिकारों का हनन किया। इस रिपोर्ट को जारी करने वाले यूएन ह्यूमन राइट्स के कमिश्नर खुद मिशेल बाचेलेट ने चीन के शिनजियांग क्षेत्र का दौरा किया था।जिसके बाद इस पूरी रिपोर्ट को तैयार किया गया है।