भारत में बढ़ रही महंगाई को कंट्रोल में लाने के लिए केन्द्रीय सरकार ने टूटे चावल पर बैन लगा दिया था। जिसका असर पूरे विश्व में देखा जा रहा है। सरकार टूटे चावल पर प्रतिबंध लगाने का दूसरा कारण खराब मानसून भी है। बता दें, भारत विश्व भर में सबसे ज्यादा टूटे चावल का निर्यात करता है।
गौरतलब है कि रूस और युक्रेन युद्ध के कारण संपूर्ण विश्व में खाद्य संकट उत्पन हुआ है। ऐसे में देश के नागरिकों को चावल की कमी न हो, इस लिए सरकार ऐसे कदम उठा रही है। इसी के साथ सरकार ने अलग-अलग किस्म की चावल पर 20 प्रतिशत ड्यूटी भी लगाने का फैसला किया है
जानकारी के लिए बता दें, कि भारत 150 देशों में चावल निर्यात करता है। जिसमें चीन भारत के टूटे चावल का बड़ा खरीदार है। ऐसे में समझ ही सकते हैं। कि सरकार का यह कदम चीन की कमर तोड़ देगा।
2021 में चीन ने भारत से 11 लाख टन चावल का आयात किया था। भारत 2021 में कुल 21.5 मिलीयन टन चावल विश्वभर में निर्यात किया था। जो दुनिया के शीर्ष चार निर्यातकों देश थाईलैंड, वियतनाम, पाकिस्तान और संयुक्त राज्य अमेरिका के कुल निर्यात से अधिक है।